मौसम

Photo: मौसम 
 
फिर जवां होगी  , नई बयार 
पेड़ - पौधों से होकर अंगीकार 
नई कोंपले सर उठायेंगी 
नया किरदार फिर निभाएंगी 
पतझड़ दिल दुखायेगा 
पेड़ों से पत्ते उड़ा ले जायेगा 
हवा भी करतब दिखायेगी 
टूटे - तिनकों को बिखरा जाएगी  
ये नित नया रंग बदलता मौसम 
धुल - मिटटी में सनकर
धरा के सीने को चीरकर  
बारिश की बूंदों से प्यास बुझाकर 
सूरज की रौशनी में तपकर 
इंसा की भूख है मिटाता ,
इंसा का पेट है भर जाता |

फिर जवां होगी , नई बयार 
पेड़ - पौधों से होकर अंगीकार 
नई कोंपले सर उठायेंगी 
नया किरदार फिर निभाएंगी
पतझड़ दिल दुखायेगा
पेड़ों से पत्ते उड़ा ले जायेगा
हवा भी करतब दिखायेगा 
टूटे - तिनकों को बिखरा जाएगा
ये नित नया रंग बदलता मौसम
धुल - मिटटी में सनकर
धरा के सीने को चीरकर सर उठाएगा
बारिश की बूंदों से प्यास बुझाएगा
सूरज की रौशनी में तपकर ...
इंसा की प्यास भी मिटाएगा
इंसा का पेट भरता जायेगा |

14 टिप्‍पणियां:

विभूति" ने कहा…

भावो की अभिवयक्ति......

shakuntala sharma ने कहा…

,

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति.

रामराम.

Ramakant Singh ने कहा…

सुंदर अभिव्यक्ति.

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

खूबसूरत भाव

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

खूबसूरत भाव

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत सुंदर रचना
बहुत सुंदर

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

वाह !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

वर्षा सबको पोषित करती है..

दिगम्बर नासवा ने कहा…

मौसम है जो प्राण भर देता है जीवन में ...

Asha Joglekar ने कहा…

सबका पेट भरेगा ये वर्षा का पानी
बदलता मौसम लायेगा ऋत सुहानी ।

Ankur Jain ने कहा…

सुंदर प्रस्तुति।।

Ankur Jain ने कहा…

बहुत सुंदर प्रस्तुति।।।

Minakshi Pant ने कहा…

सभी सम्मानित मित्रों का तहे दिल से शुक्रिया |