आज़ादी का सही अर्थ


नारी की शक्ति का पता तो यही से चलता है !
दुर्गा,सरस्वती,लक्ष्मी का रूप ये सब  कहता है ! 
नारी भी अगर इन अदा को पहचान ले !
तो हर किसी हाल मै वो जीना जान ले ! 
नारी ही तो इस संसार का आधार है !
उसके बिना तो हर आस्तिव ही बेकार है !
पर हर  शक्ति का समन्वय होना चाहिए !
प्यार, आदर,समर्पण इसका अर्थ होना चाहिए !
ओरत को इस शक्ति पे नाज़ होना चाहिए !
पर इसके इस्तेमाल का सही ज्ञान होना चाहिए !
अपनी दी आज़ादी का हरगिज़ फायदा न उठा !
एक सुन्दर समाज का निर्माण करना चाहिए !
वो तो घर की आधार है परिवार उसके सतम्भ है !
उसके डगमगाने से ईमारत गिरनी नहीं चाहिए !  

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