ये मेरे मालिक तेरा हमपे ये करम हो गया !
तुने अपनी जगह माँ का जो हमको साथ दिया !
तू भी जनता था की अकेले तो हम न रह पाएँगे
इसलिए चुपके से माँ बनके हाथ थाम लिया !
जिंदगी के हर पल में उसने हमारा साथ दिया !
इसलिए जब दर्द उठा तो माँ का ही जुबाँ ने नाम लिया !
माँ ने तेरा ये काम बहुत खूबसूरती से कर दिया !
तेरी ही तरह हम सबको अपना गुलाम कर दिया !
दोनों के एहसानों को तो अलग ना हम कर पाएंगे !
इसलिए उससे लिपट कर तेरे और करीब हम आ जायेंगे !
3 टिप्पणियां:
ये माँ तेरी सूरत से अलग भगवान कि सूरत क्या होगी.
माँ .... के लिए जितना लिखो काम है.. पर लिखते रहो.. बहुत अच्छे..
धन्यवाद दोस्त !
खुदा ने ये सिफत दुनिया की हर औरत को बख्शी है
वो पागल भी हो जाए तो बच्चे याद रहते हैं।।
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