बापू जी बापू जी , चश्मे वाले बापूजी |
सादा जीवन उच्च विचार , ऐसा बोले बापूजी |
किस किसने इनको अपनाया ये तो न जाने बापूजी |
चश्मा , लाठी, धोती , कुर्ता हर दम पहने बापूजी |
दुबली पतली थी काया पर बात में था दम उनके जी |
बुरा न कहो , बुरा न सुनो , बुरा न देखो
हरदम ऐसा ही बोले बापूजी |
कितने सरल अंदाज़ में पाठ पढा गए बापूजी |
और सारे संसार में अपना नाम कर गए बापूजी |
इतने मुश्किल काम को भी आसां बना गए बापूजी |
आज फिर उनके चरणों में हम शीश नवाए मिलके जी |
हरदम ऐसा ही बोले बापूजी |
कितने सरल अंदाज़ में पाठ पढा गए बापूजी |
और सारे संसार में अपना नाम कर गए बापूजी |
इतने मुश्किल काम को भी आसां बना गए बापूजी |
आज फिर उनके चरणों में हम शीश नवाए मिलके जी |