दुर्गा चालीसा


या देवी  सर्व भूतेशु शक्ति रूपेण संस्थिता 

नमस्तस्ये  नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमहा !
या देवी  सर्व भूतेशु लक्ष्मी रूपेण  संस्थिता 
नमस्तस्ये  नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमहा !



बेजुबान ओरत

 

इस बार की बारिश इस बेजुबान ओरत की तरह ही लगी !
जो सारी जिन्दगी भर का दुख समेटे एक ही बार मै बरस गई!
उसकी  बूंदों ने तो जेसे  सबके  मन को  मोह लिया !
उन्ही बूंदों ने मिलकर धरती मै एक विकराल रूप लिया !
सारे जन- जन मै  उसने अपने रूप का बखान किया !
अपनी मोहनी अदाओ से सबको अपने बस मै किया !
 मत करो झेड़ खानी इससे की दर्द इतना भी न बढ जाये !
उसकी  सारी संवेदना भयंकर रूप ना धर आये !
करो तुम हर दम स्वागत उसके प्यारे एहसासों का   !
भर दो उसकी झोली हर दम प्यार भरे उपहारों का  !
कर दो उसकी हर ख्वाइश को मालामाल तुम !
ले लो उससे हर दम बिन मांगे प्यार का भंडार तुम !

दिल


छोटा सा दिल ये मेरा ,
                     हर दम धड़कता है !
इसको हम केसे रोके ,
                    हमसे ये कुच्छ कहता है !
जाने अनजानी राहों से ,
                    हरदम ये गुज़रता है !
पागल ,आवारा ,दीवाना ,
                   हर कोई इसको कहता है !
मैने भी इक दिन पूछा उससे,
                   कहाँ तेरा ठिकाना है !
हंस कर वो बोला मुझसे ,
                चल तुझे कहाँ जाना है !
मैने भी थामी ऊँगली,
                चल दी उसके साथ मै !
 रास्ता तो बड़ा कठिन था ,
                  जाना दिल का हाल रे !
छोटे से दिल का ये सफ़र ,
                  होता है कमाल रे !

gandhiji

 बापू जी ओ बापू जी ,  दुनिया के प्यारे बापू जी |
बैर - भाव की भाषा को , न थे अपनाते बापू जी |

सादा जीवन उच्च विचार , हाँ ऐसे थे निराले बापू जी |
प्रेमभाव से मिलकर रहना , ये सिखला गए बापू जी |

चश्मा , लाठी , धोती , कुर्ता , ये परिचय वाले बापू जी |
दुबली - पतली काया पर , द्रीड निश्चय वाले  बापू जी |

बुरा न कहो , बुरा न सुनो  , बुरा न देखो ...
सीधे - सरल अंदाज़ में , सुंदर पाठ पढ़ा गए बापू जी |

देश की आज़ादी में अपना नाम लिखा गए बापू जी |
इन पवित्र चरणों में , हम हरदम शीश नवाए बापूजी |