
हर पल जो सर उठाये ,
बहती धारा को रोक आये ,
जलती शमां को जो बुझाये ,
हवा का रुख जो मोड़ने जाये ,
नहीं - नहीं मैं वो तो नहीं !
बड़के सबका साथ दे जो ,
धारा के साथ - साथ बहें जो ,
शमां को फिर से रोशन करे जो ,
हवा के संग - संग चले जो ,
हाँ - हाँ मैं तो वही हूँ !
सबका दिल जो दुखाये ,
मतलब के लिए जो जी जाये ,
कुचल के आगे बड़ता जाये ,
किसी की उन्नति से जल जाये ,
नहीं - नहीं मैं वो तो नहीं !
हाँ सबसे प्यार जो निभाए ,
दूसरों का होंसला बढाये ,
गिरतों को जो हरदम उठाये ,
ओरों की तरक्की मैं जश्न मनाये ,
हाँ - हाँ मैं वही तो हूँ !
दिलों मैं नफरत को जो बढाये ,
देश मै हाहाकार फैलाये ,
गरीबों से प्यार न जताए ,
इंसा को इंसा से लड़ाए ,
नहीं -नहीं मैं वो हरगिज़ नहीं !
दिलों मैं प्यार को जगाये ,
देश मैं शांति लेके आये ,
गरीबों को होंसला दिलाये ,
इंसा मै प्यार जो जगाये ,
हाँ - हाँ मैं बस वही हूँ !