उन जज्बों को सलाम


A good teacher must know how to arouse the interest of the pupil in the field of study for which he is responsible. He must himself be a master in the field of study and be in touch with the latest developments in the subject, he must himself be a fellow traveler in the exciting pursuit of knowledge…  – Dr. S. Radhakrishan 


चलो आज मिलकर उनके जज्बों को सलाम करते हैं |
जो बिना चाहत के बच्चों में जोश भरते हैं |
कहने को सारे जहां में गुरु है लेकिन ...
कुछ में ही तो ये हुनर देखने को मिलाता है |
जो अपने समर्पण से बच्चों के दिल में घर बनाते है |
अपने बुलंद होंसलों को बच्चों के दिल में भरते  है |
तभी तो हर बालक उसकी हर अदा पर सर नवाता है |
उसकी हर बात को वो खुदा का कलाम बुलाता  है |
जीवन में गुरु कहलाने भर से कुछ नहीं होता |
बच्चों को सांचे में  ढाले बिना तो कुछ भी नहीं होता |
सम्मान पाने के लिए सम्मान देना भी जरूरी है |
किसी के दिल में बसने के लिए त्याग भी जरूरी है |
बीज बो देने भर से फूल कहाँ खिलते हैं |
माली के समर्पण से बागबान महकते हैं |
आज मिलकर उन सभी  गुरुजन को हम शीश नवाते हैं |
जिनके  अहसास आज भी हमें रास्ते दिखाते हैं  |

10 टिप्‍पणियां:

Shona ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सुन्दर प्रेरक पंक्तियाँ।

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

शिक्षक दिवस पर यह कविता बहुत अच्छी लगी।
शिक्षक दिवस की बहुत बहुत बधाई।

सादर

मदन शर्मा ने कहा…

बहुत अच्छे विचार, धन्यवाद आपको
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ और सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जी को नमन

virendra ने कहा…

great guru like boon of god who creats varrious features of life nice post .

virendra ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
virendra ने कहा…

gurujan men vishwaas kaa bandhan bahut sundar srijan

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

Sach..kaha "unjajbo ko salam " jo hame prerna dete hei kuch karne ki ..

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत प्रेरक अभिव्यक्ति।

Udan Tashtari ने कहा…

सुन्दर..प्रेरक...हमारा भी सलाम!!