हिम्मत

हिम्मत मुहँ  से कह देने भर में नहीं , 
उसे कर दिखाने में है |
हिम्मत किसी को राह दिखाने  में नहीं , 
उसे  मंजिल तक पहुँचानें  में है |
हिम्मत कतरा -  कतरा रोने में नहीं , 
उसे  अंजाम तक लेकर जाने  में है  |
हिम्मत किसी को देखकर  हंसने में नहीं , 
उसे बढकर सँभालने में है |
हिम्मत किसी को दर्द देने में नहीं ,
उसमें  मरहम लगाने में है |
हिम्मत खोखली बातों  में नहीं , 
उसे उस  लक्ष्य तक पहुँचाने  में है |
हिम्मत अत्याचार सहने में नहीं , 
उसके विरुद्ध आवाज उठाने में है |
हिम्मत देश के मुद्दों पर  बहस में नहीं ,
आगे बढकर उसे बदल डालने में है |
हिम्मत दूसरों  की गलती दिखाने  में नहीं , 
उसमें   सुधार  करने  में है |
हिम्मत मुसीबत से दूर भागने में नहीं , 
डट कर उसका सामना करने में है |
हिम्मत सिर्फ हिम्मत है , कहने भर से ही नहीं ,
हिम्मत से मसले को सुलझाने  में है |

5 टिप्‍पणियां:

Dr. Yogendra Pal ने कहा…

सच है

Shikha Kaushik ने कहा…

देश के मुद्दों पर बहस में नहीं , आगे बढकर उसे बदल डालने में है
vastav me himmat yahi hai.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

हिम्मत उन चीजों में अधिक चाहिये जिनमें सार्थकता हो। सुन्दर कविता।

संजय कुमार चौरसिया ने कहा…

सच है !
सुन्दर कविता !

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

himmat-e-mardan
madad-e-khuda...:)

aisa hi kuchh suna tha...