बापू जी ओ बापू जी , दुनिया के प्यारे बापू जी |
बैर - भाव की भाषा को , न थे अपनाते बापू जी |
सादा जीवन उच्च विचार , हाँ ऐसे थे निराले बापू जी |
प्रेमभाव से मिलकर रहना , ये सिखला गए बापू जी |
चश्मा , लाठी , धोती , कुर्ता , ये परिचय वाले बापू जी |
दुबली - पतली काया पर , द्रीड निश्चय वाले बापू जी |
बुरा न कहो , बुरा न सुनो , बुरा न देखो ...
सीधे - सरल अंदाज़ में , सुंदर पाठ पढ़ा गए बापू जी |
देश की आज़ादी में अपना नाम लिखा गए बापू जी |
इन पवित्र चरणों में , हम हरदम शीश नवाए बापूजी |
1 टिप्पणी:
beautiful poem!Thanks!
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