मीठा सा एहसास



जब कोई दूर रहकर भी ............
हरदम पास नज़र आता है !
दिल को थोडा सा नहीं ...........
बेहद  करार आता  है !
जब उस दुरी मै और...................
 इजाफा हो जाता  है !
तो बेचेनी का अज़ब सा.........
 फिर हाल हो जाता है !
सोचते तो थे कि उससे अब ...........
कुच्छ न कहेंगे हम ,
पर क्या करे दोस्ती का .............
फिर से ख्याल आ जाता है !
अब उसे केसे ये यकीं दिलाये हम........
की तेरे बगेर जीना तो दूर ..
मरना भी बेहाल हो जाता है !
हमारी बेबसी का तो ये सबब है अब
लगता है जेसे हरदम ............
उसके ही आसपास हैं हम !
किसी को नज़र ..............
आये न आये तो क्या ?
पर मीठा सा एक एहसास .............
तो हर दम पास है अब !

1 टिप्पणी:

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

baichaini jhalak rahi hai...:)
prem bhari rachna............badhai!!